कैसेकै पौलुस नै पिन्तेकुस तौहार के दिन ऐरूसलेम मै पौंचनै की सोची ही, इसताँई बानै ठानी कै इफिसुस की रस्ता सै जाऐ जिस्सै कै मैंकै एसिया इलाके मै रुकनो ना पड़ै।
अगर मैं आम आदमी के हाँई इफिसुस के लोगौ सै लड़ौं जो जंगली जनाबरौ के हाँई हैं, तौ मैंकै का फाएदा भओ? जब मरे भए जिन्दे करेई ना जांगे, तौ आऔ और खाऔ-पिऔ, कैसेकै आज ना तौ कल मरनोई है।