बाई दिन, जो इतवार को दिन हो, साँज के टैम जिस घर मै चेला इखट्टे हे बहाँ के मौहड़े यहूदिऔं के डर के मारे बन्द करे भए हे, ईसु आकै उनके बीच मै खड़ो हो गओ और उनसै कैई, “तुमकै सान्ति मिलै।”
हे भईयौ और बहनौ, मैं तुमकै जौ बोल रओ हौं कै, जा धरती को सरीर और खून परमेसर के राज के हकदार ना हो सकै हैं, और नास होनै बारी चीज, ना नास होनै बारी चीज के हकदार ना हो सकै हैं।
पर जा दुनिया के लोग परमेसर की आत्मा की बातौं कै ना मानै हैं, कैसेकै बे बात उन लोगौ की नजरौ मै मूरखता बारी हैं। बे इनकै ना समज सकै हैं, कैसेकै इन बातौं की परख आत्मा करै है।