ना तौ जो लोग मरे भएऔं के ताँई जल संस्कार लेबै हैं, तौ उनौनै जल संस्कार काए लओ है? अगर मरे भए फिर सै जिन्दे होवैई ना हैं, तौ फिर बे उनके ताँई जल संस्कार काए लेबै हैं।
लोग हमकै परदेसिऔं के हाँई समजै हैं, पर हमकै सबई जानै हैं। हम मरे भए हाँई दिखाई देवै हैं, पर फिर बी जिन्दे हैं। मार खानै बारौ के हाँई हैं, फिर बी जान सै ना मारे जावै हैं।
ओ भईयौ और बहनौ, अगर मैं अब तक खतना को परचार करौ हौं, तौ लोग मैंकै काए सता रए हैं? और अगर जौ सच होतो, तौ मसी के कुरूस के बारे मै जो मैं सिकाबौ हौं बासै कोई परेसानी ना होती।