बे उन बालकौ के जैसे हैं, जो बजार मै बैठे भए एक दूसरे कै बुलाकै कैबै हैं, ‘हमनै तुमरे ताँई बांसरी बजाई, पर तुम ना नाचे, हमनै तुमरे ताँई दुखी गीत गाओ, पर तुम ना रोए।’
अगर मैं आदमिऔ और सुरगदूतौं की भासा बोलौं और लोगौ के ताँई मेरे दिल मै पियार ना है तौ मैं एक टन टन करती भई पीतर की घन्टी और छन छन की अबाज कन्नै बारे छन्छना के हाँई हौं।
इसताँई हे भईयौ और बहनौ, अगर मैं तुमरे धौंरे आकै दूसरी दूसरी भासा मै बोलौं तौ तुमकै मैंसै का फाएदा? पर अगर मैं परमेसर की ओर सै खास सन्देसो या गियान या परमेसर की ओर सै बोलनो या कुछ सिकानै की बात लेकै तुमरे धौंरे आऔं तौ तुमरो फाएदा होगो।