“मेरे अब्बा नै मैंकै सब कुछ सौंपो है, अब्बा कै छोड़कै कोई बी लौंड़ा कै ना जानै है, इसई हाँई अब्बा कै कोई बी ना जानै है, सिरप लौंड़ा जानै है और बौई, जिसके ऊपर लौंड़ा उसकै परकट कन्नो चाँहै है।
कैसेकै अबी तौ दरपन मै हमकै साप दिखाई ना देवै है, पर जब बौ बखत आगो तौ हम आमने-सामने देखंगे। पर अबी मेरो गियान अधूरो है। पर तब मैं परमेसर कै पूरी तरै सै जानंगो जैसे बौ मैंकै पूरी तरै जानै है।
पर जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है, “जिन बातौं कै ना तौ आँखौ नै देखो और ना कानौ नै सुनो, और नाई कोई आदमी उनकै अपने मन मै सोच सकै है। बेई बात परमेसर नै अपने पियार कन्नै बारौ के ताँई तईयार करी हैं।”
मैं परमेसर के सबई पबित्तर लोगौ मै छोटे सै बी छोटो हौं, तब्बी मैंकै जौ बरदान मिलो कै मैं गैर यहूदी लोगौ कै कबी खतम ना होनै बारे मसी की बरकत की अच्छी खबर सुनाऔ।
मेरे पियारे भईयौ, अब हम परमेसर की औलाद हैं, मगर जौ अबी तक परकट ना भओ है कै हम का बनंगे। हम इतनो जानै हैं कै जब परमेसर को लौंड़ा परकट होगो, तौ हम बाके जैसेई हो जांगे, कैसेकै हम बाकै बैसेई देखंगे जैसो बौ है।