जब मैं छोटो बालक हो, तौ छोटे बालक के हाँई बात करै हो, और सोचै हो और छोटे बालक के हाँई मेरी समज ही, पर जब मैं सिआनो भओ तब मैंनै छोटे बालकौ बारी बात कन्नी छोड़ दंई।
कैसेकै अबी तौ दरपन मै हमकै साप दिखाई ना देवै है, पर जब बौ बखत आगो तौ हम आमने-सामने देखंगे। पर अबी मेरो गियान अधूरो है। पर तब मैं परमेसर कै पूरी तरै सै जानंगो जैसे बौ मैंकै पूरी तरै जानै है।
इसको जौ मतलब ना है, कै मैं अपनो मकसद पूरो कर चुको, या सिद्द हो चुको हौं, पर बा मकसद कै पूरो कन्नै के ताँई अग्गे बढ़तो जाबौ हौं, जिसके ताँई मसी ईसु नै मैंकै अपनो बनाओ है।