ईसु नै उनकै जबाब दओ, “मैं तुमसै सच कैरओ हौं, अगर तुम बिसवास रक्खौ, और सक ना करौ, तौ तुम ना सिरप जौ करौगे, जो मैं अंजीर के पेड़ के संग कर चुको हौं, पर अगर इस पहाड़ सै बी कैऔगे, कै उखड़ जा, और समन्दर मै जा पड़, तौ बौ हो जागो।
परमेसर नै ईसु नासरी कै पबित्तर आत्मा और सकति सै भरो हो और बौ सबई लंग फिर कै भलाई के काम करतो और जो लोग सैतान के बस मै हे उनकै बौ अच्छो करै हो, कैसेकै परमेसर बाके संग हो।
बे अपने पक्के बिसवास की बजै सै बेमार लोगौ कै खटिया और सितरे समीत रस्ता के किनार रख देवै हे, कै जब पतरस बहाँ सै लिकरकै जाऐ तौ कम सै कम बाकी छाँई उनमै पड़ जाऐ।
परमेसर नै बिसवासिऔ की मंडली मै अगल अगल आदमिऔ कै ठैरार खाओ है, पैलो भेजे भए चेलौ कै, नबिऔ कै, फिर गियान दैनै बारौ कै, फिर सकति के काम कन्नै बारौ कै, बेमारौं कै ठीक कन्नै को बरदान मिलनै बारौ कै, और दूसरौं की सायता कन्नै बारौ कै, और चीजौ को बन्दोबस्त कन्नै बारौ और दूसरी दूसरी भासा बोलनै बारौ कै।
मैंकै अगर परमेसर की ओर सै बोलनै को बरदान मिलो है, और मैं परमेसर की सिगरी भेद की बातौं और गियान की बातौं कै समजौ हौं, और मैंकै जौ बिसवास है कै पहाड़ कै एक जघै सै दूसरी जघै मै खिस्का सकौं। पर मेरे दिल मै पियार ना है, तौ मैं कुछ बी ना हौं।
कैसेकै पबित्तर सास्तर मै लिखौ है, “मैंनै बिसवास करो इसताँई मैं बोलो,” और हम्मै बी बिसवास की बौई आत्मा है, इसताँई हम बोलै हैं और हम बिसवास बी करै हैं।