कैसेकै बे खुद हमरे बारे मै बताबै हैं कै तुमनै हमरो सुआगत कैसो करो और तुम मूरतिऔं कै छोड़कै परमेसर की ओर कैसे आए, जिस्सै कै बे जिन्दे और सच्चे परमेसर की सेवा करैं।
कैसेकै हम बी पैले, मूरख और आगियाँ ना माननै बारे, और भरम मै पड़े भए और हर तरै की बुरी बासनाऔ और सुकबिलास के गुलाम हे, बैरभाव, जरन और नफरत कन्नै मै जिन्दगी बिता रए हे, हम सै लोग नफरत करै हे, और हम बी एक दूसरे सै बैर रक्खै हे।
कैसेकै तुम जानौ हौ, कै जो बेकार की जिन्दगी तुमरे बापदादौं सै मिली है बासै तुमकै छुटकारो मिलो है और जौ छुटकारो सौने या चाँदी जैसी चीजौ सै ना मिलो है जो नास हो जावै है।
कैसेकै तुम लोग अबिसवासी आदमिऔ के हाँई बैबिचार, बुरी इच्छा, पियकड़ लोग, ऐंसी दाबतौं मै जानो जहाँ कुकरम और बैबिचार होवै हैं, और दारू पीनै की दाबत और बेकार की मूरती पूजा कन्नै मै बौ बखत बिता चुके हौ।