“कोई बी एक संग दो मालिकौं की सेवा ना कर सकै है, बौ या तौ एक सै बैर और दूसरे सै पियार करैगो, या एक को आदर और दूसरे की बेजती करैगो, तुम परमेसर और धन दौनौ की सेवा एक संग ना कर सकौ हौ।
धन्नबाद को बौ कटोरा जिसके ताँई हम धन्नबाद देवै हैं, तौ का हम मसी के खून मै साजेदार ना हैं? और बौ रोटी जिसकै हम तोड़ै हैं, तौ का हम मसी के सरीर के साजेदार ना हैं?
मान लो कै तुमकै गियान मिलो पड़ो है। तुमकै कोई मूरती के मन्दर मै खानो खाते भए देखलै और जिसकी मन की समज कमजोर हो, तौ का बाके मन मै मूरती के सामने चढ़ाई भई चीज कै खानै की हिम्मत ना हो जागी?