और तुम उन आदमिऔ के जैसे बनौ, जो अपने मालिक को इन्तजार कर रए हैं, कै बौ बिहा की दाबत सै कब लौहटैगो; कै जब बौ आकै किबाड़ खटखटाऐ तौ तुरन्त किबाड़ खोल दौं।
और ना सिरप बेई पर हम बी जिनकै आत्मा को पैलो फल मिलो है, खुदई अपने भीतर कैंखैं हैं। कैसेकै हम परमेसर की औलाद बन्नै को और अपने सरीर की मुक्ति पानै को पैंड़ो देख रए हैं।
इसताँई ठैराए भए बखत सै पैलेई, परभु के आनै तक कोई किसी को नियाय ना करै, कैसेकै बौई तौ इन्धेरे मै छिपी भई बातौं कै सामने लागो, और जो बात आदमी के मन मै है। बाकै बी बौ परकट कर देगो। तब सिगरे लोगौ की बड़ाई परमेसर की ओर सै होगी।
तुम कुछ बी काम मै दूसरे बिसवासिऔ की मंडलिऔ सै कम ना हे। सिरप जाके कै मैं पैसौ की बजै सै तुमरे ऊपर बोज ना बन्नो चाँहै हो। और जा अनियाय की बजै सै मैंकै माफ करौ।
अब सुरग मै मेरे ताँई धारमिकता को मुकट तईयार करकै रखर खाओ है और परभु जो सच्चो नियाय कन्नै बारो है। मैंकै बा दिन देगो और मैंकैई ना पर उन सबई लोगौ कै बी देगो जो पियार के संग बाको फिर सै आनै को पैंड़ो देख रए हैं।
बैसेई मसी नै बी भौस्से लोगौ के पापौं के ताँई एकई दफै अपनी बलि चढ़ाई। अब बौ दूसरी दफै पाप की बलि चढ़नै के ताँई ना आगो पर जो लोग बाको पैंड़ो देख रए हैं उनकै बचानै के ताँई आगो।
मेरे पियारे भईयौ, अब हम परमेसर की औलाद हैं, मगर जौ अबी तक परकट ना भओ है कै हम का बनंगे। हम इतनो जानै हैं कै जब परमेसर को लौंड़ा परकट होगो, तौ हम बाके जैसेई हो जांगे, कैसेकै हम बाकै बैसेई देखंगे जैसो बौ है।