और कुछ बीज जो कटीली झाँड़िऔं मै बोए गए, जे बे हैं, जिनौनै परमेसर को बचन सुनो। पर दुनिया की चिन्ता, धन-दौलत को मोह परमेसर की बातौं कै दबा देवै हैं जिस्सै बामै फल ना लग पावै है।
तबई इपीकुरी और स्तोईकी के पंडतौ मै सै कितने बाके संग बैहैस करल लगे। उनमै सै कुछ कैललगे कै, “जौ बकबास कन्नै बारो कैहनो का चाँहबै है?” तबई कुछ दूसरे लोगौ नै कैई कै, “ऐंसो लगै है कै जे किसी नए देबता को परचार कन्नै बारे हैं।” कैसेकै पौलुस ईसु और फिर सै जी उठनै की अच्छी खबर के बारे मै बताबै हो।
जब सै परमेसर नै दुनिया कै बनाओ तब सै उसकी कबी खतम ना होनै बारी सकति और उसको परमेसर बारो सौभाब जो हमकै दिखाई ना देवै हो, बौ हमकै उसकी बनाई भई चीजौ मै दिखाई देवै है और हम समजै हैं। इसताँई लोगौ के धौंरे कोई बहानो ना है।
हे भईयौ और बहनौ, जरा सोचौ कै जब परमेसर नै तुमकै बुलाओ हो तौ तुम्मै सै भौस्से लोग ना तौ दुनिया की नजरौ मै अकलमन्द हे, और ना तागत बारे और ना खानदानी हे।
पर परमेसर नै दुनिया मै ऐंसे लोगौ कै चुनो जिनकै लोग मूरख समजै हे, जिस्सै कै बुद्धि बारे लोगौ की बेजती होए, और परमेसर नै दुनिया मै ऐंसे लोगौ कै चुनो जिनकै लोग कमजोर समजै हैं, जिस्सै कै तागत बारे लोगौ की बेजती होए।
परमेसर नै जा दुनिया मै ऐंसे लोगौ कै चुनो जिनकै लोग नीच समजै हैं और जिनसै नफरत करै हैं। परमेसर नै उनकै जो कुछ बी ना है इसताँई चुनो कै जो लोग खुद कै दुनिया मै कुछ समजै हैं, उनकै बे मिटा दैं।
तौबी मैं उनकै जो बिसवास मै पक्के हैं। उन लोगौ कै बुद्धि की बातौं कै सुनावौं हौं, पर ऐंसी बुद्धि की बात ना जो जा दुनिया की हैं और ना जा दुनिया के राजाऔं की, जो मिटनै बारे हैं।
कैसेकै जा दुनिया की बुद्धि परमेसर के नजरौ मै मूरखता के हाँई है, जैसो पबित्तर सास्तर मै लिखो है कै, “परमेसर गियानी लोगौ कै उनकी चालाँकी मै फसा देवै है।”
का तुम जौ ना जानौ हौ कै, परमेसर के पबित्तर लोग जा दुनिया को फैसला करंगे? जब तुमकै जा दुनिया को फैसला कन्नो है, तौ का तुम छोटे से छोटी लड़ाईऔं को बी फैसला कन्नै के लायक ना हौ?
बैबिचार कन्नै बारौ का तुम जौ ना जानौ हौ, कै दुनिया सै दोस्ती कन्नी परमेसर सै दुसमनी कन्नै के बराबर है? इसताँई जो कोई दुनिया सै दोस्ती कन्नो चाँहै है बौ परमेसर को दुसमन बन जावै है।