10 अब हे भईयौ और बहनौ परभु ईसु मसी के नाम सै, मेरी तुम लोगौ सै जौ बिनती है। तुम सबई जनी एकई सोच रक्खौ और तुम्मै आपस मै फूट ना पड़ै, पर तुम एक मन होकै एक दूसरे सै मेल-जोल रखते भए रैहऔ।
इसताँई फरीसिऔं मै सै कुछ कैललगे, “जौ आदमी परमेसर की ओर सै ना है, कैसेकै बौ आराम कन्नै बारे दिन कै ना मानै है।” पर दूसरे कैललगे, “एक पापी आदमी ऐंसे चमत्कार के चिन्नौ कै कैसे दिखा सकै है?” और उनमै फूट पड़ गई।
हे भईयौ, मैं जौ चाँहौ हौं कै तुम जौ बात जानलो कै जैसे मैंनै गैर यहूदिऔं मै मसी के ताँई लोगौ कै चेला बनाओ, बैसेई तुमरे बीच मै बी लोगौ कै मसी के चेला बनानै के ताँई तुमरे धौंरे भौत दफै आनो चाँह रओ हो, पर कुछ ना कुछ मुसीबत की बजै सै आ ना सकै हो।
इसताँई हे भईयौ, परमेसर की दया कै याद करबाकै मैं तुमसै बिनती करौ हौं, कै अपने सरीर कै जिन्दो, पबित्तर और जैसो परमेसर कै अच्छो लगै है बैसो बलिदान करकै चढ़ाऔ, और जौई तुमरे ताँई सई सेवा है।
हे भईयौ, हमरे परभु ईसु मसी की ओर सै और पबित्तर आत्मा के पियार सै, मैं तुमसै बिनती करौ हौं, कै मेरी परेसानी मै मेरे ताँई परमेसर सै पिराथना कन्नै मै मेरे संग लगे रैहओ।
ओ भईयौ और बहनौ, मैं तुम लोगौ सै बिनती करौ हौं कै जो सिक्छा तुमकै मिली है उस सिक्छा के बिरोद मै जो फूट डारै हैं, और ठोकर खबानै को काम करै है उन लोगौ सै दूर रौह।
सबसै पैले मैंनै जौ सुनो हो कै जब तुम बिसवासिऔ की मंडली मै इखट्टे होबौ हौ, तब्बी तुमरे बीच मै फूट पड़ी रैहबै है, और मैं जा बात के ऊपर थोड़ो भौत बिसवास बी करौ हौं।
मैं पौलुस जो मसी की दीनता और दया की बजै सै तुमसै बिनती करौ हौं। पर कुछ लोग कैबै हैं कै जब मैं तुमरे धौंरे होबौ हौं तौ नमर हौं पर जब दूर हौं तौ कठोर हौं।
हे भईयौ और बहनौ, खुस रौह। अब मैं तुमसै बिदा चाँहौ हौं, अपनो चाल-चलन सई रक्खौ, और बैसोई करिओ जैसो मैंनै कैई है, एकई सोच रक्खौ और सान्ति सै रैहऔ, पियार और सान्ति को परमेसर तुमरे संग रैह।
सिरप इतनो करौ कै तुमरो चाल-चलन मसी की अच्छी खबर के लायक हो जाऐ कै चाँहे मैं आकै तुमकै देखौं या ना बी आऔं, पर मैं तुमरे बारे मै बस जौई सुनौं कै तुम सब एक आत्मा मै टिक जाऔ और एक मन हो कै, एक संग मिलकै अच्छी खबर के बिसवास के ताँई मैहनत करते रैहऔ।
परमेसर और ईसु मसी कै गभा मानकै, जो जिन्देऔं और मरे भएऔं दौनौ को नियाय करै है, और बाके राज के फिर सै आनै के बारे मै याद दिब्बाते भए मैं तुमकै हुकम देवौ हौं।
पियारे भईयौ, तुम परदेसी और यातरी हौ इसताँई मैं तुमसै बिनती करौ हौं कै तुम अपने सरीर की बुरी इच्छा सै बचे रौह जो आत्मा के बिरोद मै लड़ाई के ताँई उठै हैं।
अब परमेसर जो सिगरे किरपा को धनी है, जिसनै तुमकै मसी मै अपनी हमेसा की महिमा के ताँई बुलाओ है, तुमरो थोड़े देर को दुख सैहनै के बाद बौ खुदई तुमकै सिद्द, पक्के, सकतिसाली और तागत बारो बनागो।