28 तओ बे औ आदमीनके जा बातके बारेमे बताइं, और जल्दी येशूको चर्चा गालील परदेशके चारौ घेन फैलीगओ।
28 और ईसु को नाओं तुरंतै गलील के आस-पास के सबै जघन मैं फैल गौ।
और येशूको अच्छो कामको चर्चा, गालील परदेशके सिरे सिरिया परदेश तक फैलीगओ। हुवाँ मेलमेलके बिमारी और समस्यासे सताए भएनके आदमी येशूके ठिन ल्याइं। बिन मैसे कोइके भुत लागो, कोइ पक्षघाती रहएं। बे सबए बिमारीनके येशू अच्छो करी।
तओ जा बातके बारेमे पुरो देशभर हल्ला उणिगओ।
तओ बे गए, और बो इलाका भर येशूको चर्चा फैलगओ।
तओ यहूदीको प्राथना करन बारो ठाँउमे जितनो आदमी रहएं सब जनै अचम्मो मानीं, और बे अइसे कहात आपसमे बात करन लागे, “जा कौन मेलको शिक्षा हए, हम कभु फिर कोइके अइसो अधिकारसे शिक्षा देत नाए सुनेहएं। हियाँतक, कि जा भुतनके डाँटत हए तओ बे मानजात हएं।”
येशू और बाके चेला यहूदी सभाघरसे निकरतए खीनक सिमोन पत्रुस और अन्द्रियासके घरमे गए, याकूब और यूहन्ना फिर सँगमे रहएं।
तओ पिच्छु बो कोढ लागो आदमी चलोगओ, और बो बहुत आदमीनके बताइ, कि येशू बोके अच्छो करीहए। तभीमारे, येशू सहरमे खुल्ला रुपमे आदमीनके बीचमे नाए जाएपाइ। नगरसे बाहिर, बा अइसो ठाउँमे रहए जहाँ एकौ मनै नाए रहएं। तहुँफिर बहुत ठाउँसे आदमी बाके ठिन आतए रहे।
येशूके यशैया अगमबक्ताको किताब दइं, और बा किताब खोली, येशू अइसो लिखो भओ खण्ड निकरी:
और जल्दी येशूको चर्चा गालील परदेशके चारौ घेन फैलीगओ।
और बाके बारेमे जा बात सारा यहूदिया परदेशमे और आसपासके सब जिल्लामे फैलीगओ।