मत्ती 6:28 - राना थारु नयाँ नियम28 “और लत्ताके ताहीं तुम काहे चिन्ता करत हओ? मैदानके लिली फुलाके देखओ, बे कैसे बढत हएं। बे नए त परिश्रम करत हएं, नए त लत्ता बनात हएं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။परमेस्वर को सच्चो वचन28 “और लत्तन के ताहीं काहे सोचथौ? देखौ बन के फूला कैसे बढ़थैं: बे ना तौ काम करथैं और ना अपने ताहीं लत्ता बनाथैं। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |