फिर, अगर एक राजा दश हजार आदमीनके सँग दुस्रो राजाको बिरुद्धमे लडनके ताहीं निकरत हए और जौनके बीस हजार आदमी हएं कहेसे बो राजा सबसे पहिले बैठके जा बातको फैसला करैगो, कि बो दुस्रो राजाके सामना करपएहए कि नाए कर्पएहए।
अल्छी मत् होबओ। पर कडा मेहेनत करन बारे कता तुम फिर जी प्रेमको काम धैर्यता और बिश्वाससे अन्त तक करेरहान पणत हए। और परमेश्वरको प्रतिज्ञा पानके ताहीं मजबुत आसरा होन पणत हए।