35 जहेमारे होसियार रहओ, तुमरमे जो उजियारो हए, बो कभी फिर अंधियारो नाए होबए।
35 पक्को करैं, कि कहूँ जो उजियारे तुमरे मैं है बौ अंधियारे मैं ना हुई जाबै।
आँखी शरीरकी एक दिया कता हए। अगर तुमर आँखी अच्छी हए, तओ तुमर सारा शरीर उजियारो हुइहए।
तुमर शरीरकी दिया तुमर आँखी हए और तुमर पुरी शरीरके ताहीं उजियारो हुइहए, पर तुमर आँखी खराब हए कहेसे, तुमर शरीर फिर अँध्यारी हुइहए।
अगर तुमर सब शरीर उजियारोसे भरोहए कहेसे, और कोइ भाग अँध्यारो नाए हए कहेसे, बो सब अइसीयए उजियारो हुइहए, जैसेकी दियाको किरण तुमके उजियारो देतहए।”
बे अपनएके बुद्धिमान हुइके दाबी करेसे फिर मुरखए बनिगए।
पर अगर एक आदमी अइसे जीबन नाए बितए हए कहेसे, बो एक अच्छेसे नाए देखपान बारो और अन्धरा आदमी कता हए। बो जा भुलो हए, कि ख्रीष्टमे बिश्वास करनसे पहिले बोको करेभए पाप परमेश्वर क्षमा करीहए।
जब बे आदमीनके सिखात हएं तओ बे बिना कामके और गर्बके सब्द इस्तमाल करत हएं। बे आदमीनके, अपन शरीरके चाहो भओ लाज लगन बारो काम करन सिखात हएं और बे आदमीनके फिरसे पाप करनके ताहीं धोखा देत हएं, जौन आदमी भर्खर दुष्ट जीबन शैलीके त्यागी हएं।
तए कहात हए, ‘मए धनी हओं और मिर सँग बहुत धनसम्पति हए। मोके चाहन बारी सब चीज मेरे सँग हए।’ पर सच्चो जा हए, कि तए अन्धरा कता हए, तए खासमे कैसो हए कहान बारी बात तोके पता नाए हए। तोके दयाको जरुरत हए, काहेकी तए गरीब हए, जाको मतलब तोके बिश्वासको जरुरत हए। तए फिर बहे आदमी कता हए जोके सँग लत्ता नाए होत हए।