हे मेरे बिश्वासी ददाभइयओ, सुनओ कि कामके कैसे करोजानके चाहो? जब तुम आराधनाके ताहीं इकट्ठा होत हओ, तओ तुम मैसे कोइ गीत गात हए, कोइ उपदेश देतहए, कोइ प्रभुके द्वारा दओगओ प्रकासको बात करत हए, कोइ फरक-फरक भाषामे बात करत हए और कोइ अन्य भाषाको अर्थ खोलत हए; जे सब बातन्को उदेश्य जा होनचाहो, कि “मण्डलीके बिश्वासमे मजबुत होनके ताहीं मदत करनो।”