32 पौरौ ऐजी बात चैलै कै सौमझ दी ना ऐई, औरौ सै तैसी कैईंदु पूछणो शै डौरौ थिए।
32 परह् सेजी बात चैले के बै-सम्झी गऐ, अरह् से सेजो प्रभू यीशू कैई शो पुँछ़णों शे डरह् थिऐ।
इथकै बाद यीशु गयारो चैलै कै दैखिया, जोबै सै खाणौ खांदै बौठै रौवै थिए, औरौ तैणै तिनुकै ताडै़ जिथुकै सै ऐतरै जितकुरे थिए, कै तिनुऐ लोगौ की गवाही पांदी बै बिशवाश ना कौरी, जिनु लोगै यीशु कै मौरणौ कै बाद जियुंदी दैखा थिया।
तैणै तिनुखै बौल़ौ, “का तुऐं बै ऐशणै नासमझ औसौ? कै तुऐं ऐजै बात ना जाणौ कै जू खाणा आदमी कै भीतरै जांव, सै तैसी अशुध्द ना कौरे सौकौ?
पौरौ यीशु पाछु फिरैयौ, आपणै चैलै कै ढौबौ दैखौ, औरौ पतरस खै झिड़केयो बौल़ौ, “शैतानो साए काम कौरणै बोन्द कौर! मैरै सामणै दा दूर हौ; जिथु तैरै बिचार आदमी कै जैशणै औसौ, ना कै पौरमेशवर कै जैशणै।”
तिनुऐ इनु बातौ खै आपी मुंजी राखी; औरौ आपी मुंजी पोलदे लागै, “कै मौरेयौंदे मुंजीदा जियुंदी हौणौ का, का मतलब औसौ?”
पौरौ तिनुऐ इनु बातौ मुंजी दी ऐक बै बात नी सौमझी औरौ ऐजै बात तिनुवांदै छिपैयौंदे रौए, औरौ जू बौल राए थियु, सै तिनकै सौमझ मै ना ऐई।
पौरौ जू बात यीशुए तिनु बौल़ै, तिनुऐ तियौं सौमझी नी।
तोबै तैणै पवित्र शास्त्र सौमझाणौ कारिए तिनकै मौदद कौरे।
पौरौ सै इनु बातौ कै सौमझौ नै थिए, औरौ ऐजी बातो तिनुआदी छिपीयोंदी रोई; कै सै तैसी जाणै नी पाव; औरौ सै इनु बातौ कै बारै मुंजी तैसी कैईंदु पूछणो शै डौरौ थिए।
यीशु कै चैलै ऐजी बातौ आगै ना सौमझै रैई थी; पौरौ जोबै यीशु की महिमा प्रकट हौए, तौ तिनकै याद ओऊ कै जू किछै बै यीशु कै साथै हौंव सैजौ ठीक तैशैकैई ही थियु जू पवित्र शास्त्र दो लैखै राए थियु।
यीशुए ऐजौ जाणैयौ कै सैजै मुंआदा इनु बातौ का मतलब पूछणा चांव, तिनुखै बौल़ौ, “का तुऐं आपी मुंजी इनु बातौ कै बारै मुंजी शाह पूछ कौरौ, ‘तैतियोड़ै तुऐं मुखै ना दैखदै औरौ बिस्तौड़ी तुऐं मुखै दैखदै?’
तेथियो तैसकै चैलै आए गौवै, औरौ सै हैरान हौए गौवै कै सै बैटमाणिश आरी बातौ कौरदा लागै रौआ, तोबै बै तैसीखै कुणिए नै पूछी, “कै तू का चांए?” या “किथुकै इयौं आरी बातौ कौरी लैई?”