54 जोबै सै किश्ती पांदी दै उदे उतरे, तौ लोग तौलोंई तैसीखै पौछौड़ियौ,
54 जबे से नाँव शे ऊदे ऊतरे तअ कंई लोगे तिनू पछियाँणें पाऐ।
यीशु औरौ तैसकै चैलै किश्ती शै गलील झील कै पार कौरेयौ गन्नेसरत प्रदेश दै पोऊंचे, औरौ किश्ती किनारे पांदी बानै।
नेड़ी-बैड़ी कै जिले दै दोऊड़ै, औरौ बीमारों खै ल़ौहथौ पांदी राखैयौ, औरौ तिनु टेपेयो तियौं जौगैह दै लौए गौवै, जिथै तिनुऐ लोगौ खै बुलदै शौणै राए थिए, कै यीशु तिथै हौटै रौआ थिया।
जोबै ऐशैखै हौं, तौ तैसी टापू कै बाकी बीमार पौलुसो कै धोरे ओऊवे, औरौ ठीक हौए गौवै।
औरौ मसीह कै हौजौ जादा जाणणा मैरा मकसद औसौ। ताकि तैसकै मौरेयौंदे मुंजीदै जियुंदी हौणौ कै अनौखी शौकतै कै महसूस कौरे सौकु, औरौ तैसकै दुख दा शामिल हौयौ तैसकै मौत दा तैसकै जैशणा बौणै जोऊं मौत दै तैसकै जैशणै बौणैयौं तैसकै दुखो बुगणो का सहयोगी बौणै जोऊं।