57 तोबै किछै लोग ऊबै बिजैबा तैसकै विरोध दै ऐजै झूठी गवाही दैय,
57 तबे कंई लोगे खह्ल़ियों तिनके बिरूध दी झूठी गुवाऐ-शाज़्त दिती।
औरौ ऐजौ बौल़ै लो थियु, “का रै मन्दिरो का ढाल़णौवाल़ा, औरौ ती दूसौ दा बाणणौवाल़ा! जै तू पौरमेशवर का बैटा औसौ, तौ क्रूसो पांदी दा उदा ओतरेयो आपी खै बौचा।”
जिथुकै बौहितै तैसकै खिलाफ झूठी गवाही दैय लोए थी, पौरौ तिनकी गवाही ऐकी दूजै आरी ना मिलो थी।
“आमै ऐसीखै ऐजौ बौलदै शौणै राए ‘हांव ऐसी हाथौ कै बाणैयोंदै मन्दिरो खै ढाल़ै दियुंबा, औरौ ती दूसौ दा ओका बाणुबा, जू हाथौ लैई ना बाणै रैली।’”
औरौ बाटौ पुंडे जाणौवाल़ै लोग आपणै मुंड हिंजाल़ै-हिन्जालेबा तैसीकै ऐजौ बौलेयौ नेंदैया कौरदै लागै कै, “का रै मन्दिरो का ढाल़णौवाल़ा, औरौ ती दूसौ दा बाणणौवाल़ा!