तिनुऐ आयौ तैसीखै बौल़ौ, “ओए रै गुरुजी, आमै जाणुए, कै तू साचा औसौ, औरौ कोसी कै पोरवा ना कौरे कै लोग मुखै का बुलले। औरौ तू सौबी खै साथै ऐक जैशणा बर्ताव कौरे चाहै कुणिए बै हौं, पौरौ तू पौरमेशवर कै बाट सोच्चाई सै बौताए। तौ का रोम कै महाराजा खै मूसा कै कानून कै हिसाब शै आमुखै कर दैणौ चैंई या ना दैणौ चैंई?”