1 “कोसी का न्याय नी कौरौ, तौ पौरमेशवर बै तोंवारा न्याय ना कौरदा।
1 “दोष-ईल़्जाँम ने लाऐं, जू तुँओं गाशी भे दोष-ईल़्जाँम ने लाया ज़ाव।
जिथु जैशैखै तुऐं दोष लांव, तैशैखैई पौरमेशवर तुऔं पांदी दोष लांदा, औरौ जैशैखै तुऐं ओकी का न्याय कौरौ, तोंवारा बै न्याय हौंदा।”
ओए रै कपटी, आगै आपणै खुद की बौड़ी गौलतियौ कै सुधारै पा, तोबै तू ठीक ढंग शै आपणै भाई की गौलतियौ कै ठीक कौरे सौकै।
“ओकी का न्याय नी कौरौ; तौ पौरमेशवर बै तोंवारा न्याय ना कौरदा। ओकी कै दोषी नी ठोहराया, तौ पौरमेशवर बै तुऔं पांदी दोष ना लांदा, ओकी कै बै माफ कौरौ तौ पौरमेशवर बै तुऔं माफ कौरदा।
तू काए आपणै भाई कै नानड़ी-नानड़ी गौलती कै दैखै, औरौ आपणी बौड़ी-बौड़ी गौलती कै काए ना दैखै।
जोबै सै तैसीयांदो पूछदै लागै, तोबै तैणै सीधै खौड़ै हौयौ खै तिनुखै बौल़ौ, “तुऔं मुंजीदै जिनुवै कौलोंई बै पाप ना कौरे रैई, सैजाई इयौंकै आगला पाथर मारो।”
ओए रै मैरै भाईटु, तुऔं मुंजीदै बौहितै लोग कलीसिया कै उपदैशक ना बौणौ, जिथुकै तुऐं जाणौए कै ओकी कै तुलना दा अमारा न्याय हौजौ बै जादा सख्ती शै हौंदा।