मत्ती 27:43 - सिरमौरी नौवाँ नियम43 तैणै पौरमेशवर पांदी भोरोशा राखा, जै सै ऐसीखै चांव, तौ ऐबै ऐसीखै छुड़ाए दैंव, पौरौ तैणै बौल़ौ, ‘हांव पौरमेशवर का बैटा औसौ।’” အခန်းကိုကြည့်ပါ။Sirmouri43 ऐ पंणमिश्वर दा बिश्वाष करह्, किन्देंखे के ऐने ऐजो बुली थो, के ‘हाँव ही पंणमिश्वर का बैटा असो’, तबे पंणमिश्वर ऐसी छुड़ोऐ देला जे से ऐसी शो पियार करह्।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |