3 मूर्ख कुवांरीए आपणी मशाल तौ नी, पौरौ आपणै साथै जादा जैतून का तेल ना नी।
3 तिनू मुरूख ऐ आप्णें डाव-कत्रेन्डे तअ नींऐं, परह् आप्णी गईलो हजो बुतल़ीं दो ज़ंई तेल ने निहीं;
“तोबै यीशुए आपणै चैलै कै बौल़ौ, जोबै हांव आदमी का बैटा पाछु आन्दा, तोबै स्वर्ग का राज्य दुल्हन कै तिनु दस कुंवारी सहैली साए औसौ जू आपणी मशालों लोएयों दुल्है शै भैटिणौ कारिए तैसकै बियाव कै जशन दी हुटी।
तिनुमुंजी पाँच मूर्ख औरौ पाँच सौमझदार थी।
पौरौ सौमझदार कुवांरीए आपणै मशाल कै साथै आपणै जरकीन दो जैतून कौ तेल बै भोरै दियु।
सै पौरमेशवर का आदर कौरणौ कै दिखावा कौरदै, पौरौ सै पौरमेशवर कै अनौखी शौकतै कै बुरै जीवनो शै बौदल़णौ शै इन्कार कौरदै; ऐशणै लोगौआरी सौमबंध नी राख।
औरौ चौकश रौया, ऐशै ना हौंव कै, कुणिए पौरमेशवर कै अनुग्रह शै अनजान रौए जांव, औरौ कुणिए तोंवारै बीच मुंजी पौरैशानी खौड़ै कौरौ। ऐशणा आदमी तुऔं मुंजी बैजाए लोगौ कै बर्बाद कौरे सौकौ।
सरदीस शहर कै कलीसिया कै स्वर्गदूत खै ऐजा सौंदेश लिख: ऐजा सौंदेश तैसकै ढौबौशा औसौ जू सात तारै खै आपणै हाथौ दै लैयौ राखौ औरौ जू पौरमेशवर कै सात आत्माओं खै भैजौ, ऐजौ बौल़ौ कै, हांव तैरै कामौ खै जाणुए, कै तू मुं दा बिशवाश लायक बिशवाशी लागै तौ औसौ, पौरौ सौथीखै तू ऐबै मैरै पौछौड़ियौ ना चालै।