मत्ती 24:29 - सिरमौरी नौवाँ नियम29 “दुखो का सौमय बितणौ कै बाद सुरज औरौ चांद पेयाशो ना दैंदै। औरौ तारै गौयण पौरैशै छुटी जांदै औरौ गौयण कै शौकतीशाली चीज़ौ आपणै ठाँव पौरैशी हिंजाल़ी जान्दी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Sirmouri29 “तिनू देसो के दुख-कल़ेष पाछ़ी तेख्णी ऐगड़िखे सुरूज ईनाँरा हंऐ ज़ाला, अरह् टिक्की का प्रकाष छाई-माँई हला, अरह् तारे अस्माँनों शे ऊदे झ़ंड़ले अरह् अस्माँनों की शँक्त्तिया तारा-मंडल़ झ़ींकाल़ो ज़ालो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
पौरौ मसीह पाका पाछु आन्दा। सै एकदम ही पाछु आए जांदा, जैशैकै कुणिए चोर एकदम ही आए जांव। तैसी सौमय गौयणै दा गुड़कौ का शाद हौंदा, औरौ गौयण छिपै जांदै। गौयणै दौ सौबै ठुँ, यानी सुरज, चांद औरौ तारै पूरी तरह शै जौल़ै जांदै। तैसी दूसै पौरमेशवर तिनु सौबी कामौ खै प्रगट कौरे दैन्दा जू लोगै कौरे राए ताकि तिनका न्याय कौरे सौकौ।