मत्ती 24:15 - सिरमौरी नौवाँ नियम15 “पोढ़णो वाल़ै इथुकै सौमझौ: जोबै ऐक दूसै तुऐं ऐक बुरै चीज़ मन्दिर दै, जिथकै चौर्चा दानिय्येल़ पौरमेशवर कै बातौ बौताणौवाल़ै कै ढौबौशै हौए रौए थी पवित्र जौगैह दै खौड़ै हौएयौंदै दैखलै। အခန်းကိုကြည့်ပါ။Sirmouri15 “ईन्देंखे जबे तुँऐं तियों ऊगाल़्णों वाल़ी शंगाँव्णी भूटणों वाल़ी चींजो, जिन्देकी चर्चा ऋषी-दानियल ऐ जुण्जा पंणमिश्वर की बरंम्बाणीं कर्णो वाल़ा ऋषी थिया; तेने बुलो, के जबे तुँऐं देऊँठी के पबित्र जागे दी खड़ी देंखो, तअ तेसी बख्ते (जुण्जा पढ़णों वाल़ा हला से ईन्दें का मंतल्व आपु जाँण्ला के का असो) အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |