मत्ती 13:44 - सिरमौरी नौवाँ नियम44 “स्वर्ग का राज्य ऐक खजाने साए औसौ, जैसी ऐकी आदमीए ऐकी बागड़ी दो दाबी दियु, औरौ ओकी आदमीए तिथु आयौ दैखौ औरौ पाछु दाबी दियु, औरौ खुश हौयौ आगु हौटा औरौ आपणौ सौब ठुँ बैकेबा तियौं बागड़ी खै मोलै लोए।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။Sirmouri44 “स्वर्गो को राज्य खेच़ौ दो दाबे अंदें धंन के खजानें जेष्णों असो, जेथू कोसी आदमी भेंटो अरह् तेने तेथू खेच़ौ दो दाबी-चूरी दितो, अरह् आँनन्द-खुशी के मारे आप्णों सब-कुछ बिकी दितो सेजो खैच़ मोंले खर्दी पाव।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
इथकारिए हांव ताखै चैतावणी दियु कै ताखै मुं कैईंदु शुध्द सूनु खरीदणो चैंई ताकि तू सौथीखै सैठ बौणै सौकै। ताखै मुंकैई आपणै बाम्बणौ कारिए चिटै लुस्कै बै खौरीदणै चैंई ताकि तैरा शोरीर ढौकैयौंदा रौंव औरौ तू शर्मिंदा ना हौए। औरौ ताखै आपणी आखो का इलाज कौराणौ कारिए मुं कैईंदै दवाई बै खौरीदणी चैंई ताकि तू दैख सौकै।