24 “पौरौ हाय तुऔं पांदी जू सैठ औसौ, जिथु तुऐं आपणी सुख चोयन पाए राए।”
24 परह् नीर्भाग असो, तुँऐं जू सैठ-अमीर असो; किन्देंखे के तुऐं आप्णा सुख-चंऐन भोग्गी पाया।
जौल़ौ तुऐं उपवास कौरौ, तौ कपटी कै जैशणै तोंवारै मुं पांदी उदासी नै हौणै चैंई, जिथुखै सैजै लोगौ शै तारीफ पाणौ कारिए उदास बौणैयौंदे रौंव, ताकि लोग तिनुखै उपवासी जाणौ हांव तुऔं खै साचौ बुलू, तिनुऐ आपणा इनाम पाए पोवा।
इथकारिए जौल़ौ तू दान कौरे, तौ बौड़ा दिखावा नै कौरेया, जैशैखै कपटै लोग, यहूदी सभा-घोरो औरौ बाटो पुंडा कौरौ, ताकि लोग तिनकै बौड़ाए कौरौ। हांव तुऔं खै साचौ बुलू कै तिनुऐ आपणा इनाम पाए पा।
“जौल़ौ तू प्रार्थना कौरला, तौ कपटी कै जैशणै नै बोणिया जिथुकै लोग तिनु दैखैयो तिनकै तारीफ कौरौ, जिथुखै तिनु यहूदी सभा-घोरो औरौ शोड़कै कै मोड़ो दै खौड़ै हौयौ प्रार्थना कौरणै आछै लागौ। हांव तुऔं खै साचौ बुलू कै तिनुऐ आपणा इनाम पाए पोवा।
“हाय औसौ तुऔं पांदी! जू ऐबै छोकैयौ खांव, जिथुकै तुऐं भूखै रौंदै। हाय तुऔं पांदी; जू इबी हसोए, जिथुकै तुऐं शोक कौरदै औरौ रुंदै।”
इयौं दुनिया कै अमीर कै आदैश दैव कै सै घमण्डी ना बौणौ औरौ आपणै धन पांदी आशा ना राखौ जू कै जादा सौमय तौड़ी ना रौंदै, पौरौ पौरमेशवर पांदी आशा राखौ जू दया शै आमु सैजी सौबै चीज़ौ दैंव जिथकै आमुखै जौरुरत औसौ, ताकि आमु तिथकै खुशी भैटी सौकौ।
पौरौ तुऐं तैसी गरीब कै बैज्जती कौरे राए। तुऐं जाणौए कै ऐजै सैठ लोग ही औसौ जू तुऔं पांदी अत्याचार कौरौ। सैजैई औसौ जू तुऔं कै जबरदस्तै अदालत दा लौए जांव।