24 तोबै चैलै मुंजी बैहस हौए कै आमु मुंजी बौड़ा कुण सौमझा जांव?
24 तबे चैले मुँझी ऐजी भंऐस हऐ, के आँमों मुँझी बड़ा कुँण असो; अरह् कोसी बड़ा जाँणा ज़ाँव।
तियौंई घोड़ी दै चैलै यीशु कै धोरे आयौ पूछदै लागै, “कै स्वर्ग कै राज्य दा बौड़ा कुण औसौ?”
पौरौ सै चुपी रौवै, जिथुकै बाटौ पुंडी तिनुऐ आपी मुंजी ऐजै चौर्चा कौरे लोए थी, कै आमु मुंजीदा बौड़ा कुण औसौ?
तोबै सै आपी मुंजी पूछदै लागै कै आमु मुंजीदा कुण औसौ जू ऐजा काम कौरला?”
तोबै चैलै आपी मुंजी बैहस कौरदै लागै कै आमु मुंजी बौड़ा कुण औसौ?
जैशणा प्यार आपणै परिवार आरी कौरौ तैशणाई प्यार ओकीआरी बै कौरौ; आपी मुंजी आदर कौरणौ दै ऐकी दूजै शै बौढ़ेयौ चालौ।
जू लोग ओकीआरी प्यार कौरौ, सैजै सब्र औरौ दया कै साथै काम कौरौ, तिनु ज़लन ना हौंव, सैजै आपणै बारै मुंजी घमण्ड ना कौरौ औरौ ना तिनु गर्व हौंव।