34 तिनुऐ बौल़ौ, “प्रभु कै इथकै जौरुरत औसौ।”
34 तिन्ऐ बुलो, “प्रभू के ऐथ्की जरूरत असो।”
जोबै तिनुऐ गोधी कै गाधडू कै खोले लो थियु, तौ तैसकै मालिकै तिनुखै पूछु, “ऐसी गोधी कै गाधडू कै किथु खोले लो?”
सै तिथुकै यीशु कै धोरे लोए ओऊवे औरौ आपणै खोटणो तैसी गाधडू पांदी राखैयौ औरौ यीशु कै तिथपांदी बौठाल़े दिया।
औरौ तुऐं जाणौए कै पवित्र शास्त्र कै तुऐं ना बौदलै सौकौ, जै सै लोगौ कै नेताओं कै ईशवर बौलल़ै,
यीशु कै चैलै ऐजी बातौ आगै ना सौमझै रैई थी; पौरौ जोबै यीशु की महिमा प्रकट हौए, तौ तिनकै याद ओऊ कै जू किछै बै यीशु कै साथै हौंव सैजौ ठीक तैशैकैई ही थियु जू पवित्र शास्त्र दो लैखै राए थियु।
तुऐं अमारै प्रभु यीशु मसीह का अनुग्रह जाणौए, कै सै सैठ हौयौ बै तोंवारै खातिर कंगाल बौणै गौआ, ताकि तैसकै कंगाल हौए जाणौ लैई तुऐं सैठ हौए जांव।