32 अमारै पुराणिया लूत कै घोरवाल़ी खै याद राखौ कै तियौंकै साथै का हौं।
32 लूथ की घरवाल़ी वाल़ी घट्णाँ भे चींत्तै थुऐ; के तियों आरी का हुओं थियों!
जू कुणिए इयौं धोरती पांदी आपणै जिन्दगी बौचाणौ कै कौचिश कौरला, सै सौदा कै जिन्दगी गवांए दैला, औरौ जू कुणिए तियौं गौआल़ा सै तियौं बौचांदा।