33 जै ऐजा आदमी पौरमेशवर कै ढौबौशा नी हौंदा तौ किछै बै ना कौरे सौकदा थिया।”
33 जे ऐजा आदमी पंण्मिश्वर की तरफ शा ने आऐ रंई हंदी, तअ से ऐजो किऐ भे ने कंरी सको थिया”;
तैणै रातै यीशु कै धोरे आयौ बौल़ौ, “ओए रै गुरुजी, आमै जाणुए कै पौरमेशवरे ताखै आमु शिखाणौ कारिए छाड़ै राए, जिथुकै कुणिए बै इनु निशान या चौमत्कारो खै जू तू दिखाए, जै पौरमेशवर तैसकै साथै नी हौंव, तौ दिखाए ना सौकौ।”
इथपांदी कैई फरीसी लोग बौलदै लागै, “ऐजा आदमी पौरमेशवर कै औरौ शा ना आथी, जिथुकै सै विशांव कै दूस कै ना मानौ।” ओकीए बौल़ौ, “ऐसकै जैशणा पापी आदमी कैशै चौमत्कार कै काम दिखाए सौकौ?” इयौं बातौ लैई तिनुमुंजी फूट पौड़ै गौए।
जौल़ौ दै उंडै दुनिया कै रचना कौरे राए थै, तोबै शै शुणणौ दै ना आई कै कुणिए जन्म कै आन्धै की आखी कै ठीक कौरी हौं।