12 “मैरै तुऔं हौजौ बै बौरिशी बातौ बोताणी, पौरौ इबी तुऐं तिथु बरदाश ना कौरे सौकौ।
12 “मेरे तुँओं कैई भह्त्त-कुछ़ बुल्णों, परह् हेभी तुऐं तेथू धारण ने करी बंल्दे।
सै तिनु ऐशणै किसम कै बौहितै उदारण दैय देएबा तिनकी सौमझ कै जैशणै वचन शुणांव थिया।
मुंआगै तुऔं साथी बात कौरणौ कारिए जादा सौमय ना बौचै रैई, जिथुखै इयौं दुनिया का ठोगड़ा शैतान आन्दा लागै रौआ, औरौ मुं पांदी तैसका किछै औधिकार ना आथी।
ऐलो दै ऊबै हांव तुऔं नोकर ना बौलदा, जिथुकै नोकर ना जाणौ कै तैसका मालिक का कौरौ। पौरौ मोऐं तुऔं खै दोस्त राए बौल़ै, जिथुकै मोऐं जू बातौ आपणै पिता पौरमेशवर शै शौणै रैई, सैजी सौबै तुऔं बौताए दी।
औरौ न्याय कै बारै मुंजी यकीन दिलांदा कै इयौं दुनिया का ठोगड़ा शैतान दोषी ठोहराए गौआ।”
पौरौ जोबै सैजा सत्य का आत्मा आला, तौ तुऔं पौरमेशवर कै बारै मुंजी जू बै साचौ औसौ बौतांदा। जिथुकै सै आपणै औधिकार शै ना बौलदा, पौरौ जू किछै पौरमेशवर कै ढौबौशौ शुणल़ा, सैजौई बौलदा, औरौ आणौवाल़ी बातौ तुऔं बौतांदा।
औरौ यीशु खै दुख उठाणौ औरौ मौरणौ कै बाद भौरिशै पाकै निशानो लैई आपी खै तिनु जियुंदी दिखांदा रौआ, औरौ चाल़ीश दूसौ तौड़ी सै चोणेयौंदे चैलै खै दैखिंदा रौआ, औरौ पौरमेशवर कै राज्य की बातौ कौरदा रौआ।