तीतुस 3:8 - Sirmouri8 ऐजी बात साच्ची असो, अरह् हाँव ऐशो चहाँऊ के तू ईनू बातों के बारे दो दीड़-हिम्मत करियों बुले, ईन्देंखे के जिन्ऐं पंण्मिश्वर गाशी बिश्वाष करा, के भले-भले काँम-काज़ दा लागे रंहणों का ख्याल थुऐ। ऐजी बातो भली अरह् आदमी के फाय्दे की असो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम8 ऐजै बात साची औसौ। जू मोऐं इबी लैखै राए, औरौ हांव चोऊं, कै तू इनु बातौ खै बिशवाशियौं कै शिखा, इथकारिए कै जिनुवै पौरमेशवर पांदी बिशवाश कौरे राए, सै आछै काम कौरणौ कारिए आपणा सौमय दैणौ दा ध्यान लांव। सौबी कारिए ऐजी शिक्षाए आछी औसौ औरौ फायदैमंद औसौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
अरह् जिऐं आप्णें भले काँम-काज़ लंई आपु खे नाँव कंमाँऐ थुवा हला, जिंऐ आप्णें नहाँन्ड़िया का आच्छ़ा पालना-पोष्ण करी थुवा हला; अरह् जिऐ पाँऊँणें-पंई का आच्छ़ा आदर-संत्तकार करी थुवा हला, अरह् जिऐं पबित्र लोगो के लात्त धोऐ थुऐ हंले; अरह् कोसी दींन, दु:खिया की मंद्दत्त करी थंऐ हली, अरह् जुण्जी सोभी आच्छ़ै काँम-काज़ दी मंगन रंह् हले।