तीतुस 2:12 - Sirmouri12 अरह् आँमों खे चिताँव्णी दियों, के आँमें मुँरूख्ता अरह् संईसारी की लाल़्चो शा मंन बद्ल़ियों ऐसी ज़ूगौ दे द्रिडता, धर्म अरह् भक्त्ति शा जीवन बिताँव; အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम12 आपणै अनुग्रह शै पौरमेशवर आमु शिखांव कै तैशैखै बर्ताव कौरणा बंद कौरौ, जू तैसी खुश ना कौरौ, तिनु चीज़ौ की लालसा कौरणै बंद कौरौ जिनकै इछा अबिशवाशी कौरौ, औरौ जौबेकै आमै इबी इयौं दुनिया पांदी ही औसौ तौ बुध्दिमानी शै औरौ धार्मिकता कै साथै ऐशैखै काम कौरु जिथलैई पौरमेशवर खै खुशी भैटौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हाँव तुँआरी देह्-शरीर की कंमजूरी के जाँणें आदमी के हिसाब शो बुलू, के जेष्णें तुँऐं आप्णे अंग-पराँण कू-कर्म खे गाँन्दें अरह् कुकर्म के दास बंणाँऐयों दिते थिऐ, तेष्णें ही ऐबे आप्णे अंग-पराँण पंणमिश्वर की नंजरी दें सही माँन्णों ज़ूगै काँम-काज़ कर्णो खे आछे करियों देऐ तियों, तिन्दें लई तुँऐं पबित्र हंऐ ज़ाँव।
परह् तुवाँरा राज तिलक जुण्जा तिनके जाँणें करा गुवा, सेजा तुँओं दा पाक्का अट्ल़ रंह; अरह् तेसी राज तिलक के असर लई, ऐजो जरूरी असो, के कुँऐ तुँओं खे किऐ ओकी शिक्क्षा ने दियों; किन्देंखे के जुण्जी शिक्क्षा तुँओं खे देऐ थऐ, अरह् जुण्जो तुँओं कैई शो शिखाऐ थो; सेजो साच्चो असो, अरह् तुँऐं तियों ही शिक्क्षा के मुँताबिक मसीया दे पाके अट्ल़ रंह।