दे:खो, तुवाँरें खेच़ौ दे जिनू धियाढ़ूवाऐं काँम-काज़ करी थऐ, तुँऐं तिनकी धियाड़ी धुखे देऐयों तिन्खे देऐ ने थई, परह् तिन्की सेजी मेंह्नत लेल्याऐ-लेल्याऐयों, तिन्दें के गुवाऐ-शाज़त देऐ लऐ, के जीनू धियाड़ूवाऐं, तुवाँरे खेच़ौ के शाख सलाऐ थी, तिन्की सेजी लेर-पुकार सर्वशक्त्तिमाँन प्रभू के काँनों दी पढ़ी रंऐ।