ईन्देंखे के जे से घरवाल़े के जीऊँदे रंहणों तोड़ी कोसी ओकी मंर्दों की बंणी ज़ाव, तअ तियों खे चोरी-जारी कर्णो वाल़ी तिरोंऐ बुली, परह् जे तियाँरा घरवाल़ा मरी जाँव, तअ से तेसी ऋषी-मूसा खे भेटे गुऐं निय्मो शी छुटी गऐ, ऐथै तोड़ी के जे से कोसी पाराऐ मंर्दों के हऐ ज़ाँव, तबे भे से चोरी-जारी कर्णो वाल़ी तिरोऐ ने माँनी ज़ाँदी।