8 भागोईत सेजा आदमी जेसी प्रभू पापी ने बाँणों।”
8 धन्य औसौ सैजा आदमी जैसकै पापौ का लैखा पौरमेशवर ना लोन्दा।”
से आपु ही अमाँरे पाप आप्णे देह्-शरीर दे निईयों शुँल़ी-फ़ाँशी हुटे, जिन्दे लई आँमें पापो खे मरियों धार्मिक्त्ता खे जीवन बिताँव: तिन्ही की ही मार खाँणों शे आँमें चाँगे हुऐ।
किन्देंखे के मसीया ऐ भी अमाँरे पापों की ताँईऐं ऐकी बंई दु:ख भूगा, मतल्व जू बै-कसूर थिऐ, तिन्ऐं आँमों पापियों की ताँईऐं ऐकी बई मंऊँत्त कबूल करी, जू आँमों पंणमिश्वर के साम्णें नीयों, शरीर के भाव शे तअ से माँरी गुऐ, परह् पबित्र-आत्त्मा के भाव शे तिनू ऊबे जीयाल़े गुऐं।