13 किन्देंखे के “जू कुँऐं प्रभू का नाँव जप्ला, से मुँक्त्ति पाँदा।”
13 जिथुकै पवित्र शास्त्र दो ऐजौ लैखै राए: “प्रभु तिनु सौबी लोगौ कै बौचांदा जू तैसकै नांव कै पुकारौ।”
तबे जुण्जा कुँऐ ‘प्रभू के नाँव का आसरा-भोर्षा करला, सेजा ही आदमी छुट्कारा, मुँक्त्ति पाँदा।’