तिनही दे तिनके पलान के मुँताबिक, जुण्जे आप्णी हिछ़्या के मुँताबिक संब-कुछ़ चलाँव, आँमों आगे ही तिन्ऐं चूणीं-छ़ाँटियों बाबा की जजाऐत्ती दे हंकदार बाँणें।
से छैल़्टे आरी लड़्दे, परह् छैल़्टा तिन शा जींत्ती ज़ाँदा, किन्देंखे के से प्रभूओं का प्रभू, अरह् राजाओं का राजा असो, अरह् जू बईदे अंदे, अरह् चूणें-छाँटे अंदे अरह् बिश्वाषी असो, से तेस्की गईलो असो; से भे राज्य पाँदें।”