22 से आपु-आप्खे सम्झदार जाँणों, परह् से मुरूख बंणी गुऐ,
22 सैजै लोग आपी कै बुध्दिमान जतायो मूर्ख बौणै गौवै,
परह् जे तेरी आँ:ख साफ ने हों, तअ तेरा बादा देह्-शरीर भे ईनाँरा हंदा, अरह् जुण्जा किऐ प्रकाष तुवाँरे मंन दा असो, सेजा भे हीषियो ईनाँरो हऐ ज़ाव तअ सेजो ईनारो केत्रो बड़ो हंदो।
हे भाऐ बंईणों, कद्दी ऐशो ने हईयों, के तुँऐं आपु खे बद्धीमाँन जाँणों; ईन्देंखे हाँव ने चहाँदा के तुँऐं ऐसी राज भेद् शे अजाँण्दे ने रंह्, के जबे गऐर यहूदी पुरी रित्ती शे ने आऐ ज़ाँव, ताँव-तोड़ी इस्राएल का ऐक हिस्सा ऐष्णा ही कुठूर रंह्दा।