तेथ्खे तेथू आगले बुणेंरो की मुर्ती दी जीयाँन-प्राँण पाँणों का हंक-अधिकार दिया गुवा, के सेजी आगले बुणेंरो के मुर्ती बुल्दी लागो, अरह् जै-तोड़े लोग तेथू बुणेंरों की पूजा ने करह् तिनू मँरवाऐ दियों।
ओके आदमी जू तियों मूँरी लई ने मँरी थी, तिन्ऐ आप्णी हाथों के करे अंदे काँम-काज़ शा आप्णा मंन ने बद्ल़ी, के दुष्ट-आत्त्मा की, हजो सुन्नें अरह् चाँदी अरह् पीतल अरह् पात्त्थर अरह् काठ की मुर्त्तियों की पूजा ने करह्, जू ना देख्दी, अरह् ना शुँण्दी, अरह् ना से आगु हाँड्दी;