प्रकाशितवाक्य 7:15 - Sirmouri15 ईन्देंखे, ऐजे जुण्जें पंण्मिश्वर के सिंगाँस्हणों के सहाँम्णें असो, अरह् तेस्की देऊँठी दी देसो-रात्ती तेस्की सेवा करह्, अरह् जू सिंगाँस्हणों गाशी बऐठी रूवा, से तिनू गाशी आप्णें ताँम्बू की छ़या करला। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम15 “ऐसी बौजैह शै सै पौरमेशवर कै सिंहासन कै सामणै खौड़ै औसौ, औरौ सै हर सौमय दूसौ औरौ फिरै पौरमेशवर कै घोरे दै तैसकै सेवा कौरौ; औरौ सैजा जू सिंहासन पांदी बौठौए, तिनुमुंजी रौंदा औरौ तिनकै दैखभाल कौरदा।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
आँमें आप्णीं नंजर प्रभू यीशू दे थंह्, जुण्जे अमाँरे बिश्वाष के अगुवाल़ असो, अरह् सिद्ध कर्णो वाल़े असो; जिन्ऐं तेसी आँनन्द खे जुण्जा तिनखे आगे ही बंणाँऐ थुवा थिया; अरह् तिन्ऐं आप्णीं बैस्त्ति का किऐ भे फीकर ने करी, अरह् सेजी शुँल़ी-फ़ाँशी की मंऊँत्त संह्ऐन करी; अरह् पंण्मिश्वर के सिगाँस्णों के सुऐं ढंबै बंईठी गुऐ।
ईन्दें पाछी मुँऐं झ़ेठ पाऐ, अरह् देखो, के मेरे सहाँम्णें ऐक बैशुमाँर बड़ी लोगो की भीड़ जल़सा खह्ड़ा हुआ, जिन्दें की गिनती कुँऐ ने करी पाँव थिया। ऐसी जल़्से भीड़ मुँझी हर ऐक जात्ती मुँझ शे अरह् हर कुँल़-गड़ी अरह् हर भाषा के लोग थिऐ। से तेसी सिंगाँस्ण के सहाँम्णें तेसी छ़ैल़्टे कैई खह्ड़े हुऐ, चिट्टे खोट्णों बाँम्बियों आप्णें हाथों दी खंजूर की डाल़ी लऐयों आऐ,