प्रकाशितवाक्य 7:13 - Sirmouri13 ईन्दें गाशी अगुऐ मुँझ़्शो ऐकी ऐ मुँखे बुलो, “ऐजे चीट्टे खोट्णों बाँम्बियों कुँण असो? अरह् केथै शे ऐ आऐ रूऐ?” အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम13 इथु पांदी पुराणिया मुंजीदौ ऐकीए मुंकैई बौल़ौ, “ऐजा चिटै खोटणो बाम्बैयौंदे कुण औसौ? औरौ कुकै दै आए रौवै?” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
ईन्दें पाछी मुँऐं झ़ेठ पाऐ, अरह् देखो, के मेरे सहाँम्णें ऐक बैशुमाँर बड़ी लोगो की भीड़ जल़सा खह्ड़ा हुआ, जिन्दें की गिनती कुँऐ ने करी पाँव थिया। ऐसी जल़्से भीड़ मुँझी हर ऐक जात्ती मुँझ शे अरह् हर कुँल़-गड़ी अरह् हर भाषा के लोग थिऐ। से तेसी सिंगाँस्ण के सहाँम्णें तेसी छ़ैल़्टे कैई खह्ड़े हुऐ, चिट्टे खोट्णों बाँम्बियों आप्णें हाथों दी खंजूर की डाल़ी लऐयों आऐ,