प्रकाशितवाक्य 6:11 - Sirmouri11 तिनू मुँझी ऐकी नाँमों खे चीट्टे खोट्णों देऐयों तिनखे बुलो, के तुँऐं किऐ हजो ठहरी ज़ाव, किन्देंखे के जाँव तोड़ी तुवाँरे संगी-साथी दास, अरह् भाऐ-बंईणों जुण्जे तुँओं जैष्णें माँरी देईले जिनकी हंत्त्या करी ज़ाँदी; अरह् सेजे हेबी तोड़ी तुँओं मुँझी ने आऐ रंई। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम11 तिनुमुंजी दै हरेक खै चिटै लुस्कै दैय गौवै। औरौ पौरमेशवरे तिनुखै बौल़ौ, “इबी कारिए आराम कौरौ, जिथुकै इबी बै किछै साथी सेवक औरौ तोंवारै साथी बिशवाशी औसौ जिनु तोंवारै जैशणै ही मारै जांदै। जोबै मौरे जाणौ वाल़ौ कै गिनतै पोरे हौए जालै, तोबै ही हांव बौदला लोन्दा।” အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
मेरी नंजरी दे, मेरे जीवन-प्राँण के किऐ भे मोंल-किमम्त्त ने आथी; मेरे आप्णी जीयाँन-प्राँण प्यारे आथी ने: हाँव सिर्फ आप्णीं सेजी दोऊँड़ खह्त्तंम कर्णी चहाँऊ; अरह् सेजी सेंवा पुरी कर्णी चहाँऊ; जुण्जी प्रभू यीशू ऐं मुँह्खें देऐ थंऐ, मतल्व हाँव पंण्मिश्वर के कृपा की खुषख्बरी की गुवाऐ-शाज़्त्त देंदा रंह्ऊँ;
ईन्दें पाछी मुँऐं झ़ेठ पाऐ, अरह् देखो, के मेरे सहाँम्णें ऐक बैशुमाँर बड़ी लोगो की भीड़ जल़सा खह्ड़ा हुआ, जिन्दें की गिनती कुँऐ ने करी पाँव थिया। ऐसी जल़्से भीड़ मुँझी हर ऐक जात्ती मुँझ शे अरह् हर कुँल़-गड़ी अरह् हर भाषा के लोग थिऐ। से तेसी सिंगाँस्ण के सहाँम्णें तेसी छ़ैल़्टे कैई खह्ड़े हुऐ, चिट्टे खोट्णों बाँम्बियों आप्णें हाथों दी खंजूर की डाल़ी लऐयों आऐ,