प्रकाशितवाक्य 5:1 - Sirmouri1 जुण्जा सिंगाँस्हणों गाशी बऐठी रूवा थिया, मुँऐ तेस्के सुँऐं हाथो दी ऐक कताब देखी, जू भीत्री अरह् बाऐरी लिखी अंदी थी, अरह् सात्त सिलो लाऐयों तिनू बंद करी थई थी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम1 औरौ जू सिंहासन पांदी बोठेयोंदा थिया, मोऐं तैसकै सोऐं हाथौ दै ऐक किताब दैखै, जिथपांदी दु ढौबौशौ लैखयौंदो थियु, औरौ सै सात मुहरो लाएबा बोन्द कौरे राए थी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तेष्णीं ही मुँऐं बादी संईसारी-स्वर्गो दी, ईयों धर्ती थाँई पताल़ो दी, संमुन्द्रो अरह् तिन्दी बंसी अंदी बादी सिर्जी-बंणाई अंदी चींजो दी, अरह् सब-कुछ जुण्जो किऐ तिन्दो असो, तिनू ऐजो बुल्दे शुँणों: “छ़ैल्टे का अरह् सिंगाँस्हणों गाशी बईठा अंदा असो, स्त्तुति, आदर, बड़ियाऐ, अरह् हंक-अधिकार, सदा-सदा हंदा रंह्!”