प्रकाशितवाक्य 3:8 - Sirmouri8 हाँव तेरे काँम-काज़ जाँणू ऐ; देख, मुँऐ तेरे सहाँम्णें ऐक दुवार खुली थो, जेथू कुँऐं डाकी ने सक्दा; तेरी शक्त्ति दाँणिक तअ असो ऐ, तबे भे तुँऐं मेरे बचन का पाल़्ण करी थुवा, अरह् मेरे नाँव शा तू भाजी ने रंही। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम8 हांव तैरै कामौ खै जाणुए, हांव जाणुए कै तू ताकतवाल़ा ना आथी। पौरौ जू मोऐं ताखै बौल़ौ सैजी बात तुऐं मानै। तुऐं मुं पांदी बिशवाश कौरे राए। इथकारिए, मोऐं ताखै ऐक दरवाज़ा खोले राए, जिथु कुणिए बंद ना कौरे सौकौ। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
हाँव ऐजो जाँणू ऐ, के तू तेथै रंऐ, जेथै शैतान को सिंगाँस्ण असो; तू मेरे नाँव गाशी पाका अट्ल़ रूऐ, अरह् मुँह गाशी बिश्वाष कर्णो शा तिनू देसो दा भे पाछू ने फिरे, जिनू मुँझी मेरा बिश्वाष ज़ूगा, भाऐ अन्तिपास जू तुवाँरे बीचो दा तेसी जागा दा मेरी खुषख्बरी शुँणाँणों के कारण माँरा गुवा जेथै शैतान आप्णों राज करह्।