13 जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो।
13 जिनु कुणिए मैरी बात शुणी लोए, सै ध्यान शै शोणेया कै पवित्र आत्मा कलीसियाओं शै का बौल़ौ।
जिनके शुण्णों खे काँन हों, से शुणी पाँव।
जिनके काँन हों, से काँनों लाऐयों शुणी पाव।”
जे कुँऐं शुण्दे-भूण्दें हों, जिनके काँन हों, से काँनों लाऐयों शुण्णों।”
(जे कुँऐं शुण्दे-भोंण्दे हों जिनके शुण्णों खे काँन हों से काँनों लाऐयों शुणें)”
परह् किऐ बीज़ आच्छ़ै बोंन्दरे खेच़ौ दो पड़ो, अरह् सेजो बीज़ ऊबे जाँमियों षौ गुणा फ़ल़बंन्त्त हुओ”, ऐजो बुलियों प्रभू यीशू ऐ तिन खे जुराल़ो बुलो, “जैस्के शुण्णों खे काँन हों, सेजा शुणीं पाँव।”
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियों खे का बुलो। जू जींत्ती ज़ाला, तेस्के ओकी मंऊँती शा घाटा ने हंदी।
जिनके काँन हों से शुँणी पाव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियों खे का बुलो। के जुण्जा जींत्ती ज़ाँव, हाँव तैस्खे तेसी जीवन के बड़े डाल़-पेड़ मुँझ्शो जू पंण्मिश्वर के स्वर्गो दा असो, तिन्दें के फल़ खाणों देऊँबा।”
जिनके काँन हों, से शुँणी पाँव, के पबित्र-आत्त्मा कलीसियाओं खे का बुलो।