प्रकाशितवाक्य 3:10 - Sirmouri10 तुँऐं मेरे धीरज के बचन थाँबी थुऐ, ईन्देंखे हाँव भे ताँव र्पख्णों के बख्त्ते बंचाऐयों थंऊँबा, जू धर्ती गाशी रंहणों वाल़े र्पखोंदा अरह् बादी संईसारी गाशी आँणों वाल़ा असो। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम10 तुऐं मैरै सौंदेश कै मानै राए ताकि जोबै तू दुख उठाए तौ तिनु सब्र लैई सैहन कौरे सौकै। इयौंई बौजैह शै, हांव ताखै बौड़ी परीक्षा कै सौमय दा तैरी रक्षा कौरदा। परीक्षा का ऐजा सौमय इयौं दुनिया कै सौब लोगौ पांदी आन्दा। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
जुण्जों बुँणेंर तुँऐं देखो, से आगे तअ थियों, परह् ऐबे ने से आथी, अरह् अथाह् कुँड शो नीक्ल़ियों नाँष दो पड़्दो, अरह् धर्ती दे रंहणों वाल़े जिनके नाँव संईसारी की उत्पत्ति के बख्त्तो शे जीवन की कताबे दे लिखी ने थई, से ऐथू बुँणेंर की ऐजी दंषा देखियों, के आगे थियों अरह् ऐबे ने आथी, अरह् से हजो आँदों, तबे तिनके तोरबाँण च़ूट्दे।