प्रकाशितवाक्य 22:1 - Sirmouri1 तबे ईन्दें पाछ़ी तेने स्वर्गदूत्तें मुँह कैई शी जीवन के जल की नंदी देखाऐ, जुण्जी बिल्लौर के जेष्णी छ़लक्दी, साफ सीसै हार्षी की जेऐ थी, जुण्जी पंण्मिश्वर अरह् छ़ैल़्टे के सिगाँस्ण शी बंह्दें नींक्ल़ों थी। အခန်းကိုကြည့်ပါ။सिरमौरी नौवाँ नियम1 तोबै स्वर्गदूतै मुखै ऐक नोंदी दिखाए जिंदु जिन्दगी कौ पाणी थियु। पाणी साफ कांचो कै जैशणौ चौमकौ थियु। ऐजौ पौरमेशवर औरौ मेम्ने कै सिंहासन शै बौंहदौ लाग रौ थियु। အခန်းကိုကြည့်ပါ။ |
तेष्णीं ही मुँऐं बादी संईसारी-स्वर्गो दी, ईयों धर्ती थाँई पताल़ो दी, संमुन्द्रो अरह् तिन्दी बंसी अंदी बादी सिर्जी-बंणाई अंदी चींजो दी, अरह् सब-कुछ जुण्जो किऐ तिन्दो असो, तिनू ऐजो बुल्दे शुँणों: “छ़ैल्टे का अरह् सिंगाँस्हणों गाशी बईठा अंदा असो, स्त्तुति, आदर, बड़ियाऐ, अरह् हंक-अधिकार, सदा-सदा हंदा रंह्!”